बहुत दिन से मै कोशिश कर रहा था। अब सफलता हाथ लगी है। अब मै हिन्दी मे भी लिख सकता हू। बहुत खुशी मिली थी। आज लिनक्स की एक अौर ताकत का पता चला है। यह एक अलग ही मजा है। कुछ अलग करने की मेरी चाह मे यह फिर एक उप्लब्धि है। बस अब देर नही की हर आदमी लिनक्स को अपनाए। आज नही तो कल यह होगा ही, अौर तब मै मानून्गा कि मै कुछ काम कर रहा हू।
वैसे हिन्दी मे कुछ अलग ही बात है। जब हमारा देश ही हमे ना समझ पाए तो एेसी अन्ग्रेजी किस काम की। यह एक महत्वपूर्ण बात है जो अभी कोई समझ नही रहा है। पर मै मानता हू कि देर सवेर यह बात सबको समझ आ जाएगी, अौर जिस दिन ऐसा हो गया उस भारत के विकास की जो गति होगी वह कोई सोच भी नही सकता अभी।
आज जितना काम हो रहा है localisation पर वह ज्यादा लोगो को पता नही है, पर जब पता लगेगा तो सब हैरान रह जाएगे, जैसे मै हुआ था। आौर तब सबको मानना ही पङेगा कि हिन्दी विश्व विख्यात भाीशा (गलती के लिये माफी दे) है।
आईऐ हम सब इस शुभ काम को साथ मिलकर करे।
** कुछ गलति करी है मैने जिसके लिये माफी चाहून्गा अौर कोशिश करूगा की अगली बार यह ना हो। **
Thursday, October 19, 2006
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2 comments:
हिन्दी ब्लॉग जगत् में आपका हार्दिक स्वागत् है। उम्मीद है आप हिन्दी में निरन्तर लिखकर संजाल पर हिन्दी को समृद्ध बनाने में अपना योगदान देते रहेंगे। वैसे, विण्डोज़ पर भी आसानी से हिन्दी में टाइप किया जा सकता है।
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कयूं ना उबन्तू के लिए काम किया जाए
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